नमस्कार दोस्तों, आज हम बहुत ही इंपॉर्टेंट टॉपिक पर चर्चा करने वाले हैं – गांव में सोलर आटा चक्की कैसे लगाएं। गांव में आजकल आपने देखा होगा कि कई जगह सोलर पैनल लगे मिलते हैं और उनके साथ छोटे-छोटे घरेलू उद्योग जैसे आटा चक्की, सरसों तेल निकालने की मशीन (expeller) आदि चलते हैं। मैंने भी कई गांवों में जाकर यह देखा, फिर सोचा कि क्यों न एक ऐसी पोस्ट लाई जाए जिसमें आप सभी को पूरी जानकारी दी जा सके।
सोलर आटा चक्की बिजनेस के लिए सरकार की सब्सिडी और लोन योजना
जब मैंने रिसर्च किया तो बहुत सारे आर्टिकल और पोस्ट मिले, जिनमें लिखा था कि “फ्री में सोलर आटा चक्की लगवाएं”। लेकिन हकीकत यह है कि सरकार फ्री में नहीं बल्कि सब्सिडी और लोन के माध्यम से यह सुविधा देती है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को स्वरोजगार देने के उद्देश्य से यह योजना चलाई जा रही है। मान लीजिए अगर सोलर आटा चक्की की कुल लागत ₹10 लाख है, तो उसमें से आपको केवल 10% निवेश करना होगा, बाकी की राशि पर सरकार लोन उपलब्ध कराएगी, जिसकी EMI आप धीरे-धीरे चुका सकते हैं।
सरकार की ओर से लोन की प्रक्रिया आसान है और जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड, बिजली बिल, पैन कार्ड आदि शामिल हैं। इसके साथ ही सोलर सिस्टम पर 25 साल की वारंटी भी मिलती है।
सोलर आटा चक्की की लागत, प्रकार और संभावित कमाई
सोलर आटा चक्की दो प्रकार की होती है –
- 10 HP मोटर के लिए 8–10 किलोवाट सोलर पैनल
- 15 HP मोटर के लिए 13–14 किलोवाट सोलर पैनल
- 10 HP सेटअप की लागत लगभग ₹8–10 लाख
- 15 HP सेटअप की लागत ₹10–12 लाख होती है
इसमें सोलर फ्रेम, प्लेट, बैटरी, आटा चक्की, स्पेयर पार्ट्स आदि शामिल होते हैं। अगर आप महीने का सिर्फ ₹10,000–₹12,000 भी कमाते हैं, तो सालाना ₹1.2 लाख से ₹5 लाख तक की आमदनी हो सकती है। मतलब 4–5 साल में आपका पूरा निवेश रिकवर हो जाएगा।
लेकिन ध्यान रहे –
बिजनेस शुरू करने से पहले ग्राउंड लेवल रिसर्च जरूर करें।
कई जगह बिजनेस नहीं चल पाया और लोगों को लोन चुकाने में दिक्कत आई।
क्या फ्री में मिलती है सोलर आटा चक्की?
नहीं दोस्तों, फ्री में नहीं मिलती, लेकिन सरकार की योजना के तहत सब्सिडी और आसान लोन ज़रूर मिलता है। जरूरी है कि आपके पास जगह हो और आप बिजनेस चलाने के लिए गंभीर हों।