हरियाणा फैमिली आईडी यानी Parivar Pehchan Patra (PPP), जिसे क्रीड (CRID – Citizen Resource Information Department) संभालता है, को लेकर हरियाणा सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। जिस तरह बुढ़ापा पेंशन समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत आता है, उसी तरह फैमिली आईडी की जिम्मेदारी क्रीड (CRID) विभाग के अधीन है।
सरकार ने बताया कि कुछ बुजुर्ग और नाबालिग किशोरों ने गलत तरीके से अलग सिंगल फैमिली आईडी बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया है। उदाहरण के लिए, सिर्फ एक जिले में 35,750 बुजुर्गों और 322 किशोरों ने अपनी एकल सदस्य फैमिली आईडी बनवा ली है, जो नियमों का उल्लंघन है। पूरे हरियाणा में यह संख्या लाखों में हो सकती है।
अब सरकार ने इस फर्जीवाड़े की जांच की जिम्मेदारी क्रीड विभाग को सौंपी है। सरकारी स्कूलों के अध्यापकों की टीमें घर-घर जाकर फैमिली आईडी की जांच करेंगी। अगर कोई व्यक्ति अपात्र पाया गया तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बुजुर्गों और किशोरों की सिंगल फैमिली आईडी पर होगी जांच, देने होंगे ये दस्तावेज
सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों और 18 वर्ष से कम आयु के किशोरों का अलग फैमिली आईडी बनाना नियमों के खिलाफ है। बुजुर्गों को अपने बेटों के साथ और नाबालिगों को अपने माता-पिता के साथ रहना चाहिए। इस तरह की एकल पहचान पत्र बनाकर कई लोग BPL राशन कार्ड, पेंशन, आयुष्मान योजना आदि का लाभ उठा रहे हैं।
जांच के दौरान अपात्र पाए जाने पर नागरिकों को निम्नलिखित दस्तावेज़ देने होंगे:
- बिजली बिल (Electricity Bill)
- प्रॉपर्टी आईडी
- घर के साथ परिवार की फोटो
- पति/पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
यदि यह साबित हो गया कि व्यक्ति ने गलत तरीके से फैमिली आईडी बनवाई है, तो न केवल उसका लाभ बंद किया जाएगा, बल्कि कार्रवाई भी की जाएगी।
जिलावार आंकड़े: अंबाला और गुरुग्राम सबसे आगे, पंचकूला सबसे पीछे
नागरिक सूचना संसाधन विभाग ने हरियाणा के जिलों में एकल सदस्य फैमिली आईडी के आंकड़े जारी किए हैं:
- अंबाला जिले में सबसे ज्यादा 2,908 बुजुर्गों ने सिंगल फैमिली आईडी बनवाई है।
- गुरुग्राम में 36 किशोरों ने एकल सदस्य फैमिली आईडी बनाई है।
- पंचकूला जिले में सबसे कम 332 बुजुर्गों के ऐसे आईडी हैं।
- कैथल और कुरुक्षेत्र में 3-3 किशोर एकल फैमिली आईडी में शामिल पाए गए हैं।
सरकार अब इन सभी मामलों की घर-घर जांच कर रही है। दोषी पाए गए नागरिकों पर कानूनी कार्रवाई होगी।
नोट: अगर आपने भी सिंगल फैमिली आईडी बनवाकर गलत तरीके से योजनाओं का लाभ लिया है तो सावधान हो जाइए। सरकार अब पूरी सख्ती के साथ हर घर की जांच करने जा रही है। पारदर्शिता और पात्रता के आधार पर ही योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।